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मंगलवार, 12 अप्रैल 2011

धरती पर प्रलय मंडराया

कहर बरपा जापान पर, भूकम्प सुनामी संग।
परमाणु की त्रासदी, सब बरबादी के ढंग।।
सब बरबादी के ढंग, धरती पर मंडराया खतरा।
विकिरण से थर्राया, जग का कतरा-कतरा।।
कहे यायावर साफ, सब करनी का फल है।
कुदरत की कुचमाद से काम्पे ये भूतल है।।

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